
Dil Ki Udaane Lyrics
- Genre:Acoustic
- Year of Release:2022
Lyrics
दिल की उड़ानें
दिल की उड़ानें
उड़ती पतंग सीं
दिल की उड़ानें
उड़ती पतंग सीं
लहराती नदिया
तितली के पर
बेकल से झरने
ऐसे हैं हम
मद्धम मद्धम जाड़े की धूप सी
गरजते बादल की पहली बूँद भी
उलझते सवालों का देने जवाब
और मन की किताबों में रखने हिसाब
दिल से धुल के, ढल के लफ़्ज़ों में फिर
बनती 'सुकूँ'-ऐ-राहत की धुन
दिल के तराने
शायराने से
दिल के तराने
शायराने से
महसूस करते
ख़ुशियाँओ ग़म
सपनो में उड़ते
ऐसे हैं हम
दिल की उड़ानें
उड़ती पतंग सीं
दिल की उड़ानें
उड़ती पतंग सीं
लहराती नदिया
तितली के पर
बेकल से झरने
ऐसे हैं हम
झूमा झूमा सा जोगन का जोग भी
तरसते दिलों पे बरसती ओस सी
थिरकते पलों में बहकता ख़याल
और गमगीन दिल का बिलखता उबाल
दिल से धुल के, ढल के लफ़्ज़ों में फिर
बनती 'सुकूँ'-ऐ-राहत की धुन
दिल के ख़ज़ाने
सीपियों से
दिल के ख़ज़ाने
सीपियों से
चाहत से भरते
मुहब्बत सितम
और मोती बनाते
ऐसे हैं हम
दिल की उड़ानें
उड़ती पतंग सीं
दिल के ख़ज़ाने
सीपियों से
दिल के तराने
शायराने से