Raftari Dhadkan Mein Lyrics
- Genre:World Music/Folklore
- Year of Release:2023
Lyrics
रफ़्तारी धड़कन में, इक तड़पन
तीखी, सीने में चुभती है
ख़ंजर दो धारी, इक कतरन
दिल के कोने से, छिलती है
तेरी यादें बिन बुलाए जो लौटती हैं
तनहाइयाँ, ख़ालीपन
अक्सर, शामों को मिलती हैं
परछाइयाँ, ताकें मन
रातें काटे ना कटती हैं
तेरी यादें बिन बुलाए जो लौटती हैं
रफ़्तारी धड़कन में, इक तड़पन
तीखी, सीने में चुभती है
उम्मीद अजीब सी रहती है
दरवाज़े पे शायद दस्तक हो
और सामने हम तुम इक दूजे के हों
मुस्काके कहो कुछ देर हुई
शरमा के गले से लग जाओ
और बाहों में खोए इक दूजे के हों
इज़हार कयीं करने हैं अभी, इक बार तो फिर मिल जाओ
तुझसे मिलने, दिन गिन गिन के, सूनी आँखें, बस मौत की
राह देखती हैं
इक बारी सोचा क्या, तेरे बिन
होगा मेरा, पीछे से (हाणिये)
रह रह के बरसा जाए सावन
बिन रुके दोनो आँखों से
तेरी यादें बिन बुलाए जो लौटती हैं
मुलाक़ात तो होगी, जल्दी ही
और सामने होंगे सवाल सभी
फिर कैसे मेरी जाँ नज़रें मिलाओगी
क्यूँ छोड़ के जाना वाजिब था
क्यूँ साथ हमारा कुछ पल था
फिर कैसे मेरी जाँ नज़रें मिलाओगी
यूँ सवाल कयीं करने हैं अभी, इक बार तो फिर मिल जाओ
तुझसे मिलने, दिन गिन गिन के, सूनी आँखें, बस मौत की
राह देखती हैं
रफ़्तारी धड़कन में, इक तड़पन
तीखी, सीने में चुभती है
ख़ंजर दो धारी, इक कतरन
दिल के कोने से, छिलती है
तेरी यादें बिन बुलाए जो लौटती हैं
तनहाइयाँ, ख़ालीपन
अक्सर, शामों को मिलती हैं
परछाइयाँ, ताके मन
जागे रातें कटती हैं
तेरी यादें बिन बुलाए जो लौटती हैं
तेरी यादें बिन बुलाए जो लौटती हैं
तेरी यादें बिन बुलाए जो लौटती हैं