Kuchh Dil Mein Baaten Lyrics
- Genre:Acoustic
- Year of Release:2022
Lyrics
कुछ दिल में बातें
धीमे से जागी, ले के फिर अँगडाइयाँ
अलसायी बातें
सोये से जागी, ले के फिर अँगडाइयाँ
मौसम का है असर
या ऐसी उमर ??
सोहबत ऐसी है कुछ
छायी है हसरत
रक्खो, थोड़े, फ़ासले
इस पल में चल फाँद लें
कुछ दिल में बातें
धीमे से जागी, ले के फिर अँगडाइयाँ...
ज़ालिम नज़र तेरी, ज़ालिम आँखें है, मनमानी फ़ितरत है इनकी
साहिल कैसे ढूँडूँ, डूबे बिन इन में, मर्ज़ी कहाँ मेरी है चलती
समझूँ इरादे, बातें ये मीठी
रहने दो तारीफ़ें झूठी
नज़रों से मेरी, इक पल देखो
दिलकश, तुझ सा कहाँ है कोई
इश्कि सौग़ातें
खुलने को राज़ी, ले के फिर अँगडाइयाँ
कुछ दिल में बातें
धीमे से जागी, ले के फिर अँगडाइयाँ...
बेफ़िक्रे दिन हैं, बेफ़िक्री शामें, आजा फ़ुर्सत के पल हैं
बेमतलब ज़िद है, बेमतलब बातें, देखो सूरज को ढलते
ढलने दो सूरज को, जागी है हसरत
बेक़ाबू मदहोशी सर पर
मनमर्ज़ी तेरी, रोके कैसे
दिल ख़ुद, फिसला जा रहा है
रिमझिम बरसातें
आयीं इक दम से, ले के फिर अँगडाइयाँ
कुछ दिल में बातें
सोये से जागी, ले के फिर अँगडाइयाँ
सोहबत ऐसी है कुछ
या ऐसी उमर ??
मौसम का है असर
छायी है हसरत
चुभते हैं ये फ़ासले
इस पल में चल फाँद लें