![Sulagi Sulagi](https://source.boomplaymusic.com/group10/M00/06/19/f4c4a946f7dd46eba4f81bab5c340284_464_464.jpg)
Sulagi Sulagi Lyrics
- Genre:Acoustic
- Year of Release:2022
Lyrics
सुलगी सुलगी ये रात
सुलगे हुए जज़्बात
जलती तपती जैसे राख
तपते हुए जज़्बात
दिल में तूफ़ाँ
जागती धड़कन
साँसों में हलचल
कांपती सिहरन
आग लगाए यूँ, सावन की बारिश में
सुलगी सुलगी ये रात
सुलगे हुए जज़्बात
जलती तपती जैसे राख
तपते हुए जज़्बात
छूलूँ तुझे, जी लूँ तुझे
आज अभी है ये पल
रम जाऊँ मैं, तर जाऊँ मैं
बन के तेरी जोगन
छूलूँ तुझे, जी लूँ तुझे
आज अभी है ये पल
रम जाऊँ मैं, तर जाऊँ मैं
बन के तेरी जोगन
कैसी बेचैनी
तेरे मिलन की
आयी खिंची जैसे मोहन की बाँसुरी
सुलगी सुलगी ये रात
सुलगे हुए जज़्बात
जलती तपती जैसे राख
तपते हुए जज़्बात
दिल में तूफ़ाँ
जागती धड़कन
साँसों में हलचल
कांपती सिहरन
आग लगाए यूँ, सावन की बारिश में
सुलगी सुलगी ये रात
सुलगे हुए जज़्बात
पूरी हुई, तेरी हुई
जी के ये संगम
पा के तुझे, पूरा हुआ
दिल से दिल का सफ़र
पूरी हुई, तेरी हुई
जी के ये संगम
पा के तुझे, पूरा हुआ
दिल से दिल का सफ़र
जादू से पल ये
पलकों में रख लें
अपना मिलन जैसे, रूहों का मिलना था
सुलगी सुलगी ये रात
सुलगे हुए जज़्बात
जलती तपती जैसे राख
तपते हुए जज़्बात
दिल में तूफ़ाँ
जागती धड़कन
साँसों में हलचल
कांपती सिहरन
आग लगाए यूँ, सावन की बारिश में
सुलगी सुलगी ये रात
सुलगे हुए जज़्बात
Raag: Amritvarshini