
Gumsum Teri Nazar Lyrics
- Genre:Acoustic
- Year of Release:2022
Lyrics
गुमसुम तेरी नज़र
मन क्यूँ उदास है
दिल तेरा मेरा
जन्मों से जुड़ा
ग़म हों या ख़ुशियों में, साथ है
मौसम हों कैसे भी, थामा ये हाथ है
फिर क्यूँ उदास है
इक क़तरा ढलका
आँखों से क्यूँ
रंगत ये फीकी
चेहरे पे क्यूँ
बादल कुछ दिल को
घेरे हुए
क़ाबू से बाहर हैं
मेरे लिए
साँझी ख़ुशी अपने साँझे हैं ग़म
रोशन हैं राहें अगर संग हम
बाहें यूँ थामे
बाहों में
कर लेंगे सातों जनम यूँ पूरे
काली सी रात में
रोशन ज्यूँ चाँद है
दिल तेरा मेरा
जन्मों से जुड़ा
ग़म हों, या ख़ुशियों में, साथ है
मौसम हों कैसे भी, थामा ये हाथ है
फिर क्यूँ उदास है
मक़सद जीने का
तेरी ख़ुशी
मुसकां लबों पे
मर के सही
अरमां ना ख़्वाहिश
तुझ से बढ़ कर
तू ही मेरी रातें
तू ही सहर
मुश्किल पलों में भी इक आस है
साँसो से तेरे बंधी साँस है
बाहें यूँ थामे
बाहों में
कर लेंगे सातों जनम यूँ पूरे
सूखी ज़मींन पे
बरसी बरसात है
दिल तेरा मेरा
जन्मों से जुड़ा
ग़म हों, या ख़ुशियों में, साथ है
मौसम हों कैसे भी, थामा ये हाथ है
हम तुम यूँ साथ है
ऐ मेरे हमसफ़र
हम तुम यूँ साथ हैं