![Ankhon Ki Kasam](https://source.boomplaymusic.com/group10/M00/05/05/e442769b404947a190d7089fa45f1357_464_464.jpg)
Ankhon Ki Kasam Lyrics
- Genre:Acoustic
- Year of Release:2024
Lyrics
आँखों की क़सम
उसकी साँसों की क़सम
उसकी ख़ुशबुओं से महकीं
उन बातों की क़सम
उजली सुबहों की क़सम
ढलती शामों की क़सम
चंदन सी थी महकीं, उन रातों की क़सम
दिल से, उसकी चाहत के साये
दूर होंगे कभी ना
कभी ना
देखता हूँ कभी सामने मेरे है वो खड़ी
फिर ना जाने कहाँ खो गयी
जादू की ज्यों परी
सोचता हूँ कभी कैसे दिल को मेरे वो मिली
उसकी तस्वीर मन में बसी
जैसे देवी कोई
मदहोशी, कोलाहल, ख़ामोशी में जो सुने
उसकी आहट की क़सम
मार की क़सम
संगेमरमर से तराशी, उस बनावट की क़सम
उस बारिश की क़सम
उन बहारों की क़सम
कुंदन से भी उजले, उन जाड़ों की क़सम
दिल से,उसकी चाहत के साये
दूर होंगे कभी ना
कभी ना
ढूँढता था कहाँ, ज़िंदगी का वो सूना जहाँ
ख़ाली ख़ाली था दिल का मकाँ
ख़ुशबू से भर गयी
माँगता हूँ खुदा, एक मुझको तू दे दे दुआ
मेरी हमदम रहे बस सदा
ख़ुशियों से यूँ भरी
उन ख़ुशियों, उस ख़ुशबू, उन खाबों से जो सजी
उसकी चाहत की क़सम
मुस्कुराहट की क़सम
उसके दामन से जो बिखरी, जगमगाहट की क़सम
उस बंधन की क़सम
उस से संगम की क़सम
सब क़समों से भी ऊँचीं, उन क़समों की क़सम,
दिल से,उसकी चाहत के साये
दूर होंगे कभी ना
कभी ना