
Dhadkan Ruk Gayi Chahe Lyrics
- Genre:Acoustic
- Year of Release:2023
Lyrics
धड़कन रुक गयी चाहे
मुहब्बत तो बरक़रार है
आँख फिर खुली रह गयी
के तुम्हारा इंतेज़ार है
धड़कन रुक गयी चाहे
मुहब्बत तो बरक़रार है
तमाशायी है ख़ून भी
सर्द क्यूँ नहीं हुआ अभी
काफ़िर को इक आख़िरी उबाल की दरकार है
धड़कन रुक गयी चाहे
मुहब्बत तो बरक़रार है
एक क़तरा तो
एक क़तरा तो
आँसू तू भी गिरा दे
एक क़तरा तो
आँसू तू भी गिरा दे
जनाज़े पे मेरे
एक क़तरा तो
आँसू तू भी गिरा दे
जनाज़े पे मेरे
मौत में भी इक पल जीने को
ये दिल बेक़रार है
धड़कन रुक गयी चाहे
मुहब्बत तो बरक़रार है
कुफ़्र जैसी थी
कुफ़्र जैसी थी ये कोशिश
तेरा नाम मिटाने की
कुफ़्र जैसी थी ये कोशिश
तेरा नाम मिटाने की
इमाँ से खींची पत्थर पे
जो लकीर एक बार है
धड़कन रुक गयी चाहे
मुहब्बत तो बरक़रार है
आँख फिर खुली रह गयी
के तुम्हारा इंतेज़ार है
के तुम्हारा इंतेज़ार है
के तुम्हारा इंतेज़ार है