Faasle Darmiyan Lyrics
- Genre:World Music/Folklore
- Year of Release:2023
Lyrics
फ़ासले दरमियाँ
वक्त की दूरियाँ
काफ़ी नहीं क्यूँ जुदाई
क्यूँ ना, मिटते निशाँ ?
एहसास आपका
ज़िद्दी सा खाब था
टूटता गया, करता रहा (पर)
यादों के तिनके जमा
फ़ासले दरमियाँ
वक्त की दूरियाँ
काफ़ी नहीं क्यूँ जुदाई
क्यूँ ना, मिटते निशाँ ?
ज़ख़्म भरे चाहे
वर्म अभी तक है
इँतेहा है के सर्दियों में
दर्द से आँखें जगती हैं
तलाशतीं तुझे
कैसी ये बद्दुआ
सर पे दी, ऐ ख़ुदा
काफ़ी नहीं क्यूँ जुदाई
क्यूँ ना, मिटते निशाँ ?
आँख में, ज़िंदगी हज़ार बार गुज़रे
रोके ज़ार ज़ार, पल कुरेदें कोई बार बार
सुलगता है पल कोयले की आँच हो, राख के बिना
तड़पता है दिल, दम घुटा घुटा
तेरी यादों का जलता धुआँ
फ़ासले दरमियाँ
वक्त की दूरियाँ
काफ़ी नहीं क्यूँ जुदाई
क्यूँ ना, मिटते निशाँ ?
एहसास आपका
ज़िद्दी सा खाब था
टूटता गया, करता रहा (पर)
यादों के तिनके जमा
फ़ासले दरमियाँ