Achaar Choohon ka ft. praosh Lyrics
- Genre:Hip Hop & Rap
- Year of Release:2023
Lyrics
०४ अचार चूहों का
फिर गर्म हुआ आन के बाज़ार चूहों का।
क्या ज़ोर मजे़दार है आचार चूहों का !!
हमने भी किया खोमचा तय्यार चूहों का।
क्या ज़ोर मजे़दार है आचार चूहों का !!
फिर गर्म हुआ आन के बाज़ार चूहों का।
हमने भी किया खोमचा तय्यार चूहों का।
सर पांव कुचल कूट के दो चार चूहों का।
क्या ज़ोर मजे़दार है आचार चूहों का !!
आगे जो बनाया तो बिका तीस रुपे सेर।
ये गर्मियों में बिकता था, पचीस रुपे सेर॥
जाड़ों में यह मिलता रहा, बत्तीस रुपे सेर।
और अब तो ये बिकता है भई चालीस रुपे सेर॥
पाचन के ऊपर अब तो यह चूरन का चचा है।
जो खावे तो फिर पेट का पत्थर भी पचा है॥
तुरशी में खटाई में जो ये ऐसा रचा है।
जो आम का बाबा है तो लीमू का चचा है॥
आगे थे कई अब तो हमीं ,एक हैं चूहे मार।
मुद्दत से हमारा है इस आचार का व्यौपार॥
गलियों में हमें ढूंढ़ते फिरते हैं ख़रीदार।
बरसे हैं पड़ी कौड़ी, रूपे पैसों की बौछार॥
फिर गर्म हुआ आन के बाज़ार चूहों का।
क्या ज़ोर मजे़दार है आचार चूहों का !!
हमने भी किया खोमचा तय्यार चूहों का।
क्या ज़ोर मजे़दार है आचार चूहों का !!
फिर गर्म हुआ आन के बाज़ार चूहों का।
क्या ज़ोर मजे़दार है आचार चूहों का !!
हमने भी किया खोमचा तय्यार चूहों का।
क्या ज़ोर मजे़दार है आचार चूहों का !!
अव्वल तो चूहे छांटे हुए क़द के बड़े हैं।
और सेर सवा सेर के मेंढ़क भी पड़े हैं॥
कुछ खाट के खटमल भी सवा सेर पड़े हैं।
चालीस है बरस गुज़रे, तब ये ऐसे सड़े हैं॥
कुछ केंचुए कुछ बिच्दू हैं, कुछ नाग हैं काले।
भूने हुए च्यूंटे भी कई सेर हैं डाले॥
कुछ टुकड़ियां कुछ मक्खियां कुछ मकड़ी के जाले।
और उनके सिवा कितने मसाले हैं जो डाले॥
लाता है कोई चिकने घड़े और कोई कोरे।
प्याला कोई थाली कोई पीतल के कटोरे॥
क्या लेंगे उसे जो हैं ये मुफ़्लिस ये छछोरे।
खावेंगे वही जो कि हैं, दौलत के चटोरे॥
गर पांच रूपे होवें तो एक छिपकली ले लो।
और एक अशरफ़ी को छछूंदर सड़ी ले लो॥
मत घूंस के तईं देख के तरसाओ जी ले लो।
ले लो अजी ले लो, अजी ले लो अजी ले लो!!
फिर गर्म हुआ आन के बाज़ार चूहों का।
क्या ज़ोर मजे़दार है आचार चूहों का !!
हमने भी किया खोमचा तय्यार चूहों का।
क्या ज़ोर मजे़दार है आचार चूहों का !!
आ रिया है कि जा रिया है, कुछ समझ नही
आ रिया है,
ये कौन जम जम के चिल्ला रिया है, खां
अमा ख़ाकसार कहते हैं , उसे.
परसो शानू बता रिया था
नज़ीर अकबराबादी का भूत दिखता है उसे
अच्छा, छोड़ो ये सब, वो बड़े साहब की
खुशामाद करनी पड़ेगी
Tender पास कराना है कि नही?