
Ram Bhakt Hanuman Lyrics
- Genre:World Music/Folklore
- Year of Release:2025
Lyrics
अतुलित बलधामम् हेमशैलाभदेहं
दनुजवनकृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यम् ।
सकलगुणनिधानं वानराणामधीशं
रघुपतिप्रियभक्तं वातात्मजं नमामि ॥
सुख सम्पति दायक, राम के पायक,
सत्य सहायक संकट हारी।
ध्यान दे ज्ञान दे शक्ति दे भक्ति दे,
मुक्ति सामिप्य दे शरण तिहारी।
रघुनन्दन के प्रिय प्रेमी तुम्ही,
हनु दर्शन दे हमको शुभकारी।
मेरी ही बेर क्यूँ देर करो हो,
सुनो हनुमान ये अर्ज हमारी।
श्रीराम ही राम रटो निशि-वासर,
भक्त महाबली हो व्रत धारी।
लोक बना परलोक बने,
सनमारग दे हनु सत्य विचारी।
सियाराम से नेह-सनेह रहे, उर प्रेम बढ़े प्रभु उमर सारी।
मेरी ही बेर क्यूँ देर करो हो, सुनो हनुमान ये अर्ज हमारी।