
Vardaan magunga nahi Lyrics
- Genre:Country
- Year of Release:2024
Lyrics
सर्वं परवशं दुःखं सर्वमात्मवशं सुखम्।
एतद् विद्यात् समासेन लक्षणं सुखदुःखयोः॥
(सर्वं परवशं दुःखं सर्वमात्मवशं सुखम्।
एतद् विद्यात् समासेन लक्षणं सुखदुःखयोः॥)
ये हार एक विराम है
जीवन महासंग्राम है
ये हार एक विराम है
जीवन महासंग्राम है
तिल-तिल मिटूँगा पर दया की भीख मैं लूँगा नहीं ।
वरदान माँगूँगा नहीं
वरदान माँगूँगा नहीं
स्मृति सुखद प्रहरों के लिए
अपने खण्डहरों के लिए
यह जान लो मैं विश्व की सम्पत्ति चाहूँगा नहीं ।
वरदान माँगूँगा नहीं ।।
(वरदान माँगूँगा नहीं )
(ये हार एक विराम है)
जीवन महासंग्राम है
क्या हार में क्या जीत में
किंचित नहीं भयभीत मैं
क्या हार में क्या जीत में
किंचित नहीं भयभीत मैं
संघर्ष पथ पर जो मिले यह भी सही वह भी सही ।
वरदान माँगूँगा नहीं ।।
वरदान माँगूँगा नहीं !!!
लघुता न अब मेरी छुओ
तुम हो महान बने रहो
लघुता न अब मेरी छुओ
तुम हो महान बने रहो
अपने हृदय की वेदना मैं व्यर्थ त्यागूँगा नहीं ।
वरदान माँगूँगा नहीं ।
चाहे हृदय को ताप दो
चाहे मुझे अभिशाप दो
चाहे हृदय को ताप दो
चाहे मुझे अभिशाप दो
कुछ भी करो कर्त्तव्य पथ से किन्तु भागूँगा नहीं ।
वरदान माँगूँगा नहीं ।।
(चाहे हृदय को ताप दो
चाहे मुझे अभिशाप दो
ये हार एक विराम है
जीवन महासंग्राम है)
वरदान माँगूँगा नहीं
वरदान माँगूँगा नहीं
ये हार एक विराम है
जीवन महासंग्राम है
(वरदान माँगूँगा नहीं ।।)
अनाश्रितः कर्मफलं कार्यं कर्म करोति यः । स संन्यासी च योगी च न निरग्निर्न चाक्रियः ॥
अनाश्रितः कर्मफलं कार्यं कर्म करोति यः । स संन्यासी च योगी च न निरग्निर्न चाक्रियः ॥
वरदान माँगूँगा नहीं