Zindagi Ka Maqsad (AI Assisted Creation) Lyrics
- Genre:Gospel
- Year of Release:2024
Lyrics
ज़िंदगी का मकसद क्या है
किसने अब तक जाना है
बंदगी करते हैं सब पर
किसने खुदा का माना है
ज़िंदगी का मकसद क्या है
ज़िंदगी का मकसद क्या है
ज़िंदगी का मकसद क्या है
ज़िंदगी का मकसद क्या है
बनके दिलों में वो मोहब्बत
आकर ज़मीन पर जब रुका
हम इंसानों ने फिर उसे
दिल से बेघर कर दिया
उसने बनाया है जब उसके
अक्स में हमको
हम में से हर कोई है अमोल
किसने भला कभी माना है
ज़िंदगी का मकसद क्या है
किसने अब तक जाना है
बंदगी करते हैं सब पर
किसने खुदा का माना है
ज़िंदगी का मकसद क्या है
ज़िंदगी का मकसद क्या है
ज़िंदगी का मकसद क्या है
ज़िंदगी का मकसद क्या है
है रब ने जब सबको बनाया
उसके संग सबसे करना है प्यार
रखना सलामत जो भी उसने बनाया
चाहे वो ज़िंदा हो या बेजान
इस जहां को स्वर्ग बनाना
है अगर हमको
प्यार हो दिल में सभी के लिए
मकसद इसी को बनाना है
ज़िंदगी का मकसद क्या है
ज़िंदगी का मकसद क्या है
ज़िंदगी का मकसद क्या है
ज़िंदगी का मकसद क्या है
ज़िंदगी का मकसद क्या है
किसने अब तक जाना है
बंदगी करते हैं सब पर
किसने खुदा का माना है