![Zanjeere (The Song of Resistance)](https://source.boomplaymusic.com/group10/M00/12/07/dd056a93261747b688b3ecad61a99c88_464_464.jpg)
Zanjeere (The Song of Resistance) Lyrics
- Genre:Acoustic
- Year of Release:2022
Lyrics
आबाद रहेंगे वीराने, शादाब रहेंगी ज़ंजीरें,
जब तक दीवाने ज़िंदा हैं, फूलेंगी फलेंगी ज़ंजीरें।
आज़ादी का दरवाज़ा भी ख़ुद ही खोलेंगी ज़ंजीरें,
टुकड़े-टुकड़े हो जाएँगी जब हद से बढ़ेंगी ज़ंजीरें।
जब सब के लब सिल जाएँगे, हाथों से क़लम छिन जाएँगे,
बातिल से लोहा लेने का ऐलान करेंगी ज़ंजीरें।
अंधों-बहरों की नगरी में यूँ कौन तवज्जोह करता है,
माहौल सुनेगा, देखेगा, जिस वक़्त बजेंगी ज़ंजीरें।
जो ज़ंजीरों से बाहर हैं आज़ाद उन्हें भी मत समझो,
जब हाथ कटेंगे ज़ालिम के उस वक़्त कटेंगी ज़ंजीरें।
ये तौर भी हैं सय्यादी के, ये ढंग भी हैं जल्लादी के,
सिमटें-सिकुड़ेंगी ज़ंजीरें, फैलेंगी-बढ़ेंगी ज़ंजीरें।
ज़ंजीरें तो कट जाएँगी, हां उनके निशां रह जाएँगे,
मेरा क्या है, ज़ालिम तुझको बदनाम करेंगी ज़ंजीरें।
ले-दे के 'हफ़ीज़' उनसे ही थी, उम्मीद-ए-वफ़ा दीवानों को,
क्या होगा जब दीवानों से नाता तोड़ेंगी ज़ंजीरें।