Jai ho Shiv Shankar Lyrics
- Genre:Gospel
- Year of Release:2024
Lyrics
शिव का गुणगान
महादेव, महाकाल, संहारक और सृजनहार, तपस्वी और कामदेव, दोनों का अवतार। आशुतोष, कृपालु, भक्तों के पालनहार, रुद्र रूप में तांडव, दुष्टों का संहार।
जय हो शिव शंकर, जय हो महादेव, तुम हो संहारक, तुम ही सृजनहार। जय हो शिव शंकर, जय हो महादेव, तुम हो तपस्वी, तुम ही कामदेव।
गंगा को जटाओं में धारण करने वाले, त्रिनेत्रधारी, सृष्टि के पालन करने वाले। नंदी के संग, कैलाश पर वास, भस्म रमाए, योगी का रूप खास।
जय हो शिव शंकर, जय हो महादेव, तुम हो संहारक, तुम ही सृजनहार। जय हो शिव शंकर, जय हो महादेव, तुम हो तपस्वी, तुम ही कामदेव।
शिव की महिमा अपरंपार, हर भक्त के दिल में बसे, शिव की कृपा से सबका उद्धार, हर संकट को पल में हर ले।
जय हो शिव शंकर, जय हो महादेव, तुम हो संहारक, तुम ही सृजनहार। जय हो शिव शंकर, जय हो महादेव, तुम हो तपस्वी, तुम ही कामदेव।