
Shri Hanuman Stavan Lyrics
- Genre:Alternative
- Year of Release:2024
Lyrics
प्रनवउँ पवनकुमार खल बन पावक ज्ञानघन |
जासु हृदय आगार बसहिं राम सरचाप धर ||१||
अतुलितबलधामं हेमशैलाभदेहम् |
दनुजवनकृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यम् ||२||
सकलगुणनिधानं वानराणामधीशम् |
रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि ||३||
गोष्पदीकृतवारीशं मशकीकृतराक्षसम् |
रामायणमहामालारत्नं वन्देऽनिलात्मजम् ||४||