Safar Lyrics
- Genre:Pop
- Year of Release:2024
Lyrics
सफर कभी आगे, कभी पीछे चल रहा है
बड़ना आगे हम सब चाहते हैं
देरी लगेगी मगर सही होगा
तुम्हें जो चाहिए वही होगा
दिन बुरे मगर जिन्दगी नहीं
सबर रखो सब होगा
बस तुझ को बढ़ते जाना है
किसे को भी ना सुनाना है
तुझ को मिलेगी अपनी वंजिले
जाना है वहाँ, जा कहीं और रहा
मैं क्या करूँ
मैं क्या करूँ
मैं क्या करूँ
कभी रुकना नहीं
किसी भी मोड पे
कभी तू ठेरना नहीं
वो रात याद होगी ना
जिस रात तू बिन आशों रोया
अपनी आखों में खुद कोई देखा
वो खौब सजाते हुए
बस तुझको बढ़ते जाना है
किसी को भी ना सुनाना है
तुझको मिलेगी अपनी मंजिले
जाना है वहाँ
जा कही ओर रहा
जाना है वहाँ
जा कही ओर रहा
मैं क्या करो
मैं क्या करो
मैं क्या करो
मैं क्या करो
जाना है वहाँ
जाना है वहाँ
जाना है वहाँ
जाना है वहाँ
मंझिले अब मेरी कहा है
मुझे को ना ये पता
आज मैं हूँ यहाँ
पहुँचूँगा कल फिर कहा
चल रहा हूँ यहाँ
जहां तक है ये रास्ता