
SCARS Lyrics
- Genre:Pop
- Year of Release:2024
Lyrics
ऐसे गिरते-गिरते, मैं बदल जाऊंगा
ऐसा करते-करते, मैं संभल जाऊंगा
ऐसे गिरते-गिरते, मैं बदल जाऊंगा
ऐसा करते-करते, मैं संभल जाऊंगा
जब चाहूँगा उसे, वो आएगी क्या?
कैसे जीना बाद में, बताएगी क्या?
जब चाहूँगा उसे, वो आएगी क्या?
कैसे जीना बाद में, बताएगी क्या?
जानती है अंदर के सब राज़ मेरे
कभी तो मैं होता था ना पास तेरे
जानती है अंदर के सब राज़ मेरे
कभी तो मैं होता था ना पास तेरे
चुभता हूँ आज कल आखों में
कभी नहीं आऊंगा मैं राहों में
चुभता हूँ आज कल आखों में
कभी नहीं आऊंगा मैं राहों में
वो ऐसे कुछ लम्हों में, अक्सर आती है
मुझसे कहती रहती, कुछ कहना चाहती है
वो ऐसे कुछ लम्हों में, अक्सर आती है
मुझसे कहती रहती , कुछ कहना चाहती है
क्यूँ? मैं आता रहता झूठी बातों में
कब तक लड़ू मैं इन हालतों से
क्यूँ? मैं आता रहता झूठी बातों में
कब तक लड़ूँगा इन हालतों से
चुभता हूँ आज कल आखों में
कभी नहीं आऊंगा मैं राहों में
चुभता हूँ आज कल आखों में
कभी नहीं आऊंगा मैं राहों में