![Apna Dhyan Karo](https://source.boomplaymusic.com/group10/M00/11/05/a19e2b07b0504896868665ab0b3316f2_464_464.jpg)
Apna Dhyan Karo Lyrics
- Genre:Acoustic
- Year of Release:2023
Lyrics
अपना ध्यान करो मेरे भाई,
अपना ध्यान करो मेरे भाई, क्यों कर फ़िकर में उम्र गँवायी
कर लहरों के हवाले ख़ुद को , मत कर झूठी हाथापाई
सोच भला क्या सोच रहा जो, सोच रहा दिन रैन
सर पे सलवटें उखड़ी सांसें, घड़ी घड़ी बैचेन
सोच भला क्या सोच रहा जो, सोच रहा दिन रैन
सर पे सलवटें उखड़ी सांसें, घड़ी घड़ी बैचेन
चैन की नींद तरसती अँखियाँ, तेरे सपने भी करें मनचाही
अपना ध्यान करो मेरे भाई …
कल का बोझा कल की चिंता,
कल का बोझा कल की चिंता, कल के सभी कलेश
पल पल कल में बीत रहा, तेरा आज रहा ना शेष
जिया जिसने हर पल उस पल में , उसी ने जी ली है सच्चाई
अपना ध्यान करो मेरे भाई …
मूरख मन से
मूरख मन से हर बंधन से, छूट सके तो छूट
मार उडारी मुक्त गगन में, पी मस्ती के घूट
मूरख मन से हर बंधन से, छूट सके तो छूट
मार उडारी मुक्त गगन में, पी मस्ती के घूट
घूँट जिसमें अनहद का नाद, है जिसमें सागर सी गहराई
अपना ध्यान करो मेरे भाई, क्यों कर फ़िकर में उम्र गँवायी
कर लहरों के हवाले ख़ुद को , मत कर झूठी हाथापाई
अपना ध्यान करो मेरे भाई, अपना ध्यान करो मेरे भाई,
अपना ध्यान करो, ध्यान करो, ध्यान करो मेरे भाई,