Dhundh Raha Khud Ko Lyrics
- Genre:Acoustic
- Year of Release:2022
Lyrics
छूट गया सब पीछे , कुछ बाक़ी ना रहा
राहों में अब मेरी , कोई राही ना रहा
हारा हुआ मैं हारा , जैसा हारा ना कोई
टूटा हुआ एक तारा , जैसा टूटा ना कोई
रास्ते अब मेरे .. अब मंज़िल ना कोई ..
रोको ना , रोको ना , मुझे रोको ना कोई
ढूँढ रहा ख़ुद को … अनजाना सा लगूँ
भीड़ में अपनों की मैं .. बेगाना सा लगूँ
दुनिया है अब मेरी , मुझे ढूँढो ना कोई
रोको ना , रोको ना , मुझे रोको ना कोई
हम्म
मुझे मिले ना कहीं सुकून , फिर भी चलता रहूँ
ख़ुद से ही जीतने को , ख़ुद से ही लड़ता रहूँ
मुझे मिले ना कहीं सुकून , फिर भी चलता रहूँ
ख़ुद से ही जीतने को , ख़ुद से ही लड़ता रहूँ
जैसा भी मैंने चाहा , वैसा पाया ना कोई
दुनिया ने आज़माया , निभाया ना कोई
वादों सा टूटा हूँ मैं , मुझे जोड़ो ना कोई
रोको ना , रोको ना , मुझे रोको ना कोई
ढूँढ रहा ख़ुद को … अनजाना सा लगूँ
भीड़ में अपनों की मैं बेगाना से लगूँ
दुनिया है अब मेरी , मुझे ढूँढो ना कोई
रोको ना , रोको ना , मुझे रोको ना कोई