Tum Meri Nazron Mein Ho Lyrics
- Genre:Acoustic
- Year of Release:2022
Lyrics
Lyrics
पंख लेकर हौंसलो के, मंज़िलो को ढूंढ़ने
हम अकेले चल दिए थे, यारख़ाना छोड़ कर
क्या पता था, भूल कर हम लौटने का रास्ता
मंज़िलें पाते रहेंगे, दर-ब-दर हो जायेंगे
भर के बाहें, खुद को ही अब, हम लगाते हैं गले
खुल के लगने को गले, कोई यार अब हाज़िर नहीं
ना तरस खाना हम पे तुम,चाहे तो देना गालियां
के मर्ज़ भी हम ही तो थे और खैर हमने ही न ली
मिलते रहे रिश्ते नए,ये दिल गर्म होता नहीं
लगता है अब इस ठण्ड को स्वैटर पुराना चाहिए
मुड़ के ना देखो भले, तुम मेरी नज़रों में हो
हाँथ काँधे पे मेरा होगा, के जब थक जाओगे
मुड़ के ना देखो भले, तुम मेरी नज़रों में हो……