Kinare ft. Vaibhav Joshi & Sharayu Date Lyrics
- Genre:Pop
- Year of Release:2023
Lyrics
किनारे पुराने भुला के है जैसे नाव चली
दिशाएं पुरानी मिटा के ये नये गांव चली
मचलती, उछलती, समंदर से मिलने को
देखो नदी नंगे पांव चली
हो आज से पहले, ऐसे ना चली थी हवा
ता रा राकु माचा माचू लो
हे बहता ही जाये रे, पानी को जाने क्या हुवा
ता रा राकु माचा लारी
राह ना रोको, रोको न्ना
आज ना टोको, टोको न्ना
कुछ भी ना पूछो, पूछो न्ना
जलते दिये सी कोई तमन्ना
देखो जैसे मंझधार चली
हो क्या कहें किसी से , आयी है कहां से सदा
ता रा राकु माचा माचू लो
हे कहां निकल पडी रे , नदी हो के अपने से जुदा
ता रा राकु माचा लारी
छूटी रे हया पुरानी
एक न बाकी निशानी
छायी रे घटा सुहानी
जैसे कश्ती हो के ये कहानी
देखो सजना के द्वार चली
- वैभव जोशी