1. Vakratundra MahaKaya Lyrics
- Genre:Spirituals
- Year of Release:2022
Lyrics
Vakratunda Maha-Kaaya Surya-Kotti Samaprabha
Nirvighnam Kuru Me Deva Sarva-Kaaryeshu Sarvadaa ||
वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ ।
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥
Oh Lord Ganesha with the curved trunk or twisted trunk and the one with a majestic huge body,
the One whose brilliance is equivalent to billions of Suns.
Oh Lord, I ask thee to please free my path from all obstacles
And bless me, so that all my efforts may successfully manifest.
अर्थ - घुमावदार सूंड वाले, विशाल शरीर काय, करोड़ सूर्य के समान महान प्रतिभाशाली।
मेरे प्रभु, हमेशा मेरे सारे कार्य बिना विघ्न के पूरे करें (करने की कृपा करें)॥
मंत्र के लाभ
इस मंत्र का जाप करने से आपके सभी कार्य पूर्ण होते हैं और आपको यश की प्राप्ति होती है।
इस मंत्र का जाप करने से अपार लाभ मिलता है।
मां सरस्वती के वरदान के कारण भगवान गणेश को ज्ञान और बुद्धि का देवता भी कहा जाता है और वे बुद्धि का विकास करते हैं।
भगवान गणेश सबसे पहले पूजे जाने वाले देवता हैं और सुबह सबसे पहले श्री गणेश के इस मंत्र का जाप करने से सभी काम पूरे हो जाते हैं।
भगवान गणेश के इस मंत्र का जाप करने से भय, शंका और अनिष्ट शक्तियां दूर रहती हैं।
भगवान गणेश भी मनुष्य को सफलता और वृद्धि के लिए शक्ति प्रदान करते हैं।